राहुल गांधी संसद की 17वी लोकसभा के पहले सत्र में संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण और उनके धन्यवाद प्रस्ताव पास सत्ता पक्ष और विपक्ष और उनके नेता विपक्ष अपने भाषण के माध्यम से अपनी बात रख रहे है| इस बार की संसदीय कार्यवाही काफी दिलचस्प और अलग अंदाज में चलने की आशंका है और उसी का एक अंश इस सत्र में देखने को मिल रहा है | संसद की 17वी लोकसभा के पहले सत्र में सरकार का विरोध और विपक्ष अपने संख्या बल की ताकत दिखाना शुरू कर दिए है |
Highlights:
- राहुल गांधी का विवादास्पद बयान: राहुल गांधी ने हिन्दू समाज को हिंसक बताया, जिससे संसद में हलचल मच गई।
- प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे समाज को हिंसक कहना गलत है।
- विरोध प्रदर्शन: हिन्दू संगठनों ने विभिन्न शहरों में राहुल गांधी के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
- कांग्रेस का स्पष्टीकरण: कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी ने सिर्फ भाजपाई हिन्दुओं को हिंसक कहा है, पूरे हिन्दू समाज को नहीं।
- संत समाज की नाराजगी: कई हिन्दू संतों ने राहुल गांधी से माफी की मांग की।
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Toggleराहुल गांधी का बड़ा बयान
राहुल गांधी ने 1 और 2 तारीख को दिए गए अपने बयानों से फिर से चर्चा में आ गए हैं। अपने भाषण में उन्होंने कई बातें कहीं, जिनसे काफी हलचल मच गई है। उनके बयान से कुछ लोग खुश हैं, जबकि कुछ लोगों को यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा है।
राहुल गांधी ने हिन्दू समाज को बताया हिंसक
राहुल गांधी ने संसद में दिए गए अपने भाषण में सबसे पहले गुरु नानक की फोटो दिखाई और उनके सिद्धांतों के बारे में बात की। इसके बाद उन्होंने जीसस, गौतम बुद्ध, और महावीर की फोटो भी दिखाई। फिर, उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और बार-बार “डरो मत, डराओ मत” का नारा दिया। इसके बाद, राहुल गांधी ने हिन्दू संगठन पर निशाना साधते हुए हिन्दू समाज को हिंसक बताया और कहा कि बीजेपी समाज हिन्दू नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग खुद को हिन्दू कहते हैं, वे केवल हिंसा, नफरत और झूठ की ही बात करते हैं।
राहुल गांधी के बयान से हलचल
राहुल गांधी का हालिया बयान बहुत चर्चा में है। उन्होंने हिन्दू समाज की आलोचना की और उसे हिंसक कहा। इस बयान से पूरे संसद में हलचल मच गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के भाषण के बीच में अपनी सीट से उठकर कहा कि पूरे समाज को हिंसक कहना गलत है। हिन्दू संगठन के लोगों ने मुंबई, हैदराबाद, प्रयागराज, इंदौर जैसे शहरों में इस बयान का जमकर विरोध किया है।
राहुल गांधी के इस बयान पर लोगों की प्रतिक्रिया
सबसे पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में बहुत सारी झूठी जानकारी दी है। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे हिन्दू समाज को हिंसक नहीं कहा बल्कि उन्होंने सिर्फ भाजपाई हिंदुओं को हिंसक कहा है। सांसद संजय सिंह ने भी कहा कि राहुल गांधी ने हिन्दू समाज को नहीं बल्कि बीजेपी के उन हिन्दुओं को हिंसक कहा है जो हिंसा फैला रहे हैं। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि न बीजेपी हिंदुत्व की ठेकेदार है और न मोदी हिन्दू समाज के प्रतिनिधि हैं।
राहुल गांधी ने स्पीकर को पत्र लिखकर अपने भाषण के उन शब्दों को बहाल करने की मांग की जिन्हें हटाया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सच्चाई को दिखाना चाहिए और सरकार के नियमों के खिलाफ कुछ भी नहीं होना चाहिए। पूर्व सांसद के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर कहा कि संसद में जनता और देश से जुड़े मुद्दे ही उठाने चाहिए।
राहुल गांधी से प्रदर्शनकारी उनके धर्म के बारे में सवाल कर रहे हैं। हिन्दू समाज के संत जैसे कि महंत राजू दास, महंत रविंद्र पुरी, और ठाकुर देवकीनंदन महाराज ने भी इस बयान पर आपत्ति जताई है और राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की है।