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Toggleहाथरस हादसा: मंत्री जयवीर सिंह बोले, बाबा का इतना प्रभाव था कि पुलिस भी उसके आयोजन में प्रवेश नहीं कर पाती थी-
हाथरस हादसा: मुख्यमंत्री ने जताया दुख, गहन जांच के निर्देश, मुआवजे की घोषणा, और हेल्पलाइन नंबर जारी 130 Death कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने भोले बाबा के बारे में कहा कि उनका प्रभाव इतना था कि पुलिस भी उनके आयोजन में नहीं जा पाती थी. मंत्री ने बताया कि बाबा पहले नौकरी करता था, जिसे छोड़कर सत्संग करने लगा. हाथरस समेत मैनपुरी, एटा, कासगंज जिलों में बाबाजी गरीब और भोलेभाले लोगों को अनुयायी बना रहा था. राजनीतिक संपर्कों और बाबा पर एफआईआर न होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि आज रिपोर्ट आएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
मंत्री जयवीर सिंह
हाथरस हादसा: घटना में शामिल लोगों पर होगी कार्रवाई – मंत्री जीतन राम मांझी
हाथरस हादसा पर केंद्रीय मंत्री नए बने नेता जीतन राम मांझी ने कहा, “यह एक दुखद घटना है. पीएम मोदी ने अपने कल के भाषण में शोक व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि भारत सरकार और राज्य सरकार से जो भी संभव मदद होगी, वह दी जाएगी. घटना के कारणों की जांच होगी और इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. मुआवजे की भी बात की गई है.”
मंत्री जीतन राम मांझी
हाथरस हादसे पर सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “यह बेहद दर्दनाक है. जिन परिवारों ने अपने सदस्यों को खोया है, उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले. इस हादसे की जिम्मेदारी सरकार की लापरवाही है. सरकार को इस कार्यक्रम की जानकारी थी और ऐसे कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं. इस लापरवाही के कारण हुई मौतों के लिए सरकार जिम्मेदार है. अस्पताल पहुंचने के बावजूद भी लोगों को पर्याप्त इलाज नहीं मिला. ना ऑक्सीजन थी, ना दवाई, ना इलाज. भाजपा जो बड़े-बड़े दावे करती है कि हम विश्वगुरु बन गए हैं, क्या अर्थव्यवस्था का मतलब यह है कि आपातकाल स्थिति में लोगों का इलाज न कर पाएं?”
हाथरस हादसा: मृतकों की सूची जारी, डीएम ने हेल्पलाइन नंबर प्रदान किया
हाथरस हादसे: मुख्यमंत्री का दुःख व्यक्त, गहन जांच के आदेश, आर्थिक सहायता की घोषणा हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने अपना दुःख जताया है और गहन जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी स्वयं हर पल के घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने ए.डी.जी. आगरा (U.P.) और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।हाथरस जिले के फुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में अब तक 130 से अधिक लोगों की मौत हुई है और बहुत से लोग घायल हो गए हैं। मृतकों की पहचान अभी जारी है और पीड़ितों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराए गए हैं।
हाथरस की घटना के बाद डी.एम. द्वारा आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी 05722227041 तथा 05722227042 जारी किया गया है हैं।
हाथरस हादसा योगी ने घटना के लिए मुआवजे की घोषणा की
हाथरस दुर्घटना: मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया, गहन जांच के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस भगदड़ के दुखद परिणामों पर गहन शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना के संबंध में गहन जांच के निर्देश दिए हैं, ताकि इस दुर्घटना के पीछे के कारण स्पष्ट हो सकें।
मुख्यमंत्री ने इस अत्यंत दुखद घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए प्रत्येक को 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा, वे स्थिति का समीक्षा करने के लिए दो मंत्री, मुख्य सचिव, और डीजीपी को मौके पर भेज दिया हैं।
मुख्यमंत्री ने आगरा के ए.डी.जी. और अलीगढ़ के कमिश्नर के नेतृत्व में एक टीम को गठित कर दुर्घटना के कारणों की गहन जांच करने के सख्त निर्देश दिए हैं। कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि इस पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
हाथरस हादसा पैरा मेडिकल टीम आगरा से रवाना हुई
हाथरस में सत्संग के दौरान हादसे के बाद, आगरा स्वास्थ्य विभाग ने पांच एम्बुलेंस को चिकित्सक और पैरा मेडिकल टीम के साथ रवाना किया है। पोस्टमार्टम हाउस और अस्पताल में टीम की तैनाती की गई है।निजी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
जिला अस्पताल में परिजनों की अवस्था विकट है और रो-रोकर दिखाई दे रही है।
सिकंदराराऊ में स्थित भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ के बाद, जिला अस्पताल में न तो अभी तक कोई घायल पहुंचा है और न ही किसी मृतक का शव मौजूद है। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है जब उन्हें इसकी सूचना मिली कि सत्संग में भगदड़ हुई है और कई लोग घायल हो गए हैं। जब वे अस्पताल पहुंचे तो उन्हें अभी तक उनके परिवार के सदस्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
अलीगढ़ मंडल के सभी जिला स्तरीय अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है उसके बाद जब सिकंदराराऊ में हुई हादसे की खबर आई। विशेषज्ञ चिकित्सकों को तुरंत अस्पताल भेजा गया है, जहां उन्होंने यह दिशा-निर्देश दिया है कि घायलों का सही इलाज हो। साथ ही, अवकाश पर चिकित्सकों को भी अस्पताल में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में पोस्टमार्टम की सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की गई है।